हिंदू धर्म में सकट चौथ की पूजा एवं व्रत को करते समय जिन बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी माना गया है, उसे विस्तार से जानने के लिए जरूर पढ़ें ये लेख.
हिंदू धर्म के अनुसार सकट चौथ का व्रत विधि-विधान से करने पर साधक को संतान की लंबी आयु का आशीर्वाद प्राप्त होता है. पंचांग के अनुसार माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी आज 10 जनवरी 2023 को दोपहर 12:09 बजे से प्रारंभ होकर 11 जनवरी 2023 को दोपहर 02:31 बजे तक रहेगी.श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के सदस्य एवं जाने-माने ज्योतिषी पं. दीपक मालवीय के अनुसार चूंकि सकट चौथ पर चंद्र देवता की पूजा का विशेष विधान है, ऐसे में यह व्रत आज ही रखा जाएगा. जिस व्रत की महिमा पुराणों में बताई गई है, आइए उससे जुड़े उन नियमों के बारे में जानते हैं, जिनकी अनदेखी करने पर साधक का व्रत अक्सर टूट जाता है. 1. पूजा में न चढ़ाएं टूटे चावल गणपति की पूजा में अक्षत चढ़ाने का बहुत पुण्यफल मिलता है लेकिन इसे चढ़ातें समय इस बात का पूरा ख्याल रखें कि उसमें टूटे हुए चावल न हों. शास्त्रों के अनुसार जिसका क्षय न हो वह अक्षत है. ऐसे में साबुत चावल ही गणपति को अर्पित् करें. Photo Credit : pexels.com 2. गजानन को न चढ़ाएं ये फूल गणपति की पूजा में तमाम चीजों की तरह केतकी का फूल भी नहीं चढ़ाया जाता है. मान्यता है कि इस पुष्प को चढ़ाने से गणपति नाराज हो जाते हैं और साधक को पुण्यफल की जगह दोष लगता है. 3. गणपति को न चढ़ाएं तुलसी दल गणपति की पूजा में भूलकर भी तुलसी न चढ़ाएं. मान्यता है कि एक बार तुलसी जी ने गणपति को तपस्या करते समय विवाह का प्रस्ताव दिया, जिससे उनकी तपस्या भंग हो गई थी. इसके बाद गणपति ने नाराज होकर उन्हें दो विवाह होने और अपनी पूजा में इस्तेमाल न होने का श्राप दे दिया था. 4. गणपति को न चढ़ाएं ये चीजें गणपति की पूजा में कभी भी सफेद रंग की चीजें न चढ़ाएं. यदि आप गणपति को जनेउ चढ़ा रहे हैं तो उसे हल्दी से रंगकर चढ़ाएं. इसी प्रकार उनकी पूजा में सफेद कपड़ा न तो बिछाने और न ही उन्हें पहनाने के लिए प्रयोग करें. इसी प्रकार सफेद की बजाय पीला चंदन अर्पित करें और यदि चंदन न हो तो हल्दी का तिलक लगाएं. मान्यता है कि सफेद चीजें चंद्रमा से संबंधित होती हैं और गणपति ने एक बाद चंद्र देव को उनका उपहास उड़ाने के लिए श्राप दे दिया था. 5. चंद्रमा को अर्घ्य देते समय न करें ये गलती शाम के समय जब चंद्रोदय हो तो आप उन्हें अर्घ्य देते समय खूब सावधानी बरतें और अर्घ्य के पानी को अपने पैरों में न पड़ने दें और उस जल को ऐसी जगह गिराएं जहां उस पर किसी का पैर न पड़े. मान्यता है कि यदि अर्घ्य दिए पानी पर किसी का पैर पड़ता है तो व्यक्ति को पुण्य की बजाय दोष लगता है. नोट- यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.
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