Desktop Advantage: कई बार लोग लैपटॉप और कम्प्यूटर लेते समय बड़ी दुविधा में होती है कि क्या खरीदना बेहतर होगा. खासकर कोरोना के बाद, अब इनका यूज बढ़ गया है. चाहे ऑनलाइन क्लास के लिए हो या वर्क फ़्राम होम. दोनो के लिए ही एक सिस्टम की जरूरत पड़ती है. इसलिए हम आपको लैपटॉप और डेस्कटॉप के फायदे और नुकसान बताने जा रहे हैं. डेस्कटॉप कंप्यूटर इसे डेस्कटॉप या पर्सनल कम्प्यूटर भी कहा जाता है. इसमें अलग-अलग पार्ट्स (मोनिटर, कीबोर्ड, माउस, CPU) को जोड़कर सिस्टम को असेंबल किया जाता है और इसे एक जगह टेबल पर रखकर काम किया जाता है. इसे साथ में कहीं ले जाना संभव नहीं हो पाता है. लैपटॉप लैपटॉप, डेस्कटॉप का ही एडवांस वर्जन है और उसी की तरह काम करता है. लेकिन इसका साइज एक रजिस्टर की तरह होता है. जिसमें बेहद कम वजन होता है. इसे आप कहीं भी साथ ले जा सकते हैं. इसपर काम करने के लिये एक ही जगह बैठने की ज़रूरत नहीं है. आप अपनी सुविधा के अनुसार कहीं भी बैठकर काम कर सकते हैं. डेस्कटॉप और लैपटॉप में अंतर कीमत के मामले में लैपटॉप, डेस्कटॉप से महगा होता है. काम से बाहर जाते समय लैपटाप को साथ लेकर जाया जा सकता है. डेस्कटॉप को साथ लेकर घूमना संभव नहीं. अगर आप हाई डेफिनेशन काम (जैसे- वीडियो एडिटिंग, गेमिंग, ऐनिमेशन डिजाइनिंग, प्रोग्रामिंग) करते हैं, तो आपके लिए डेस्कटॉप ही बेस्ट होता है. लैपटॉप की काम करने की क्षमता सीमित होती है. लैपटाप के मुकाबले, डेस्कटॉप अपग्रेडेशन काफी आसान होता है और खर्च भी कम होता है. किसी भी तरह की खराबी आने पर डेस्कटॉप को रिपेयर करना आसान और सस्ता होता है, जबकि लैपटॉप काफी खर्चीला होता है. डेस्कटॉप में आप स्क्रीन अपने मुताबिक छोटी-बड़ी रख सकते हैं. लैपटॉप में स्क्रीन फिक्स होती हैं. लैपटॉप को आप लाइट जाने पर भी बैटरी होने के कारण घंटों यूज कर सकते हैं. जबकि डेस्कटॉप UPS पर कुछ समय ही यूज किया जा सकता है. यह भी पढ़ें: TrueCaller के अलावा कौन-कौन से तरीके हैं, जिससे आप ये पता कर सकें कि नंबर किसका है?
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